ॐ हिंगुले परमहिंगुले अमृतरूपिणि तनुशक्तिमनः शिवे श्री हिंगुलाय नमः स्वाहा
OM HINGULE PARAM HINGULE AMRUTRUPINI TANU SHAKTI
MANAH SHIVE SHREE HINGULAI NAMAH SWAHA
ब्रह्मरंध्रम् हिंगुलायाम् भैरवो भीमलोचन: |
कोट्टरी सा महामाया त्रिगुणा या दिगम्बरी ||
BRAHMARANDHRAM HINGULAAYAAM BHAIRAVO VIMALOCHANAH
KOTTARI SAA MAHAAMAAYAA TRIGUNAA YAA DIGAMVARI
हिंगलाज पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रदेश के दक्षिण में मकरान मरुभूमित में स्थित एक महत्वपूर्ण तीर्थ-स्थल है । यहाँ हिगलाज माता का मन्दिर है, इसको ५६ में से एक शक्तिपीठों में गिना जाता है । देवी का नाम बांग्ला, असमिया और सस्कृत में इसी नाम से जाना जाता है । आय़ुर्वेद शास्त्र में भी यह नाम आता है । कराची के यह कोई २५० किलोमीटर उत्तर पश्चिम में आता है । अधिकतर श्रद्धालु सिन्ध से आते हैं ।
इसके पास ही एक राष्ट्रीय उद्यान भी है।
इसी नाम से (हिन्गलाज देवी) भारत में एक और मन्दिर मध्यप्रदेश के रायसेन जिले की बरेली तहसील में बारी में है । इस जगह को स्थानीय रूप से छोटी काशी कहा जाता है ।
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